बीआरबीजे, पटना, 18 अक्टूबर, 2025 :
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के भीतर गहरा असंतोष खुलकर सामने आ गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उम्मीदवार अब सीधे प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लवरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम पर निशाना साध रहे हैं। उनका आरोप है कि टिकट वितरण में भारी धांधली हुई है और कांग्रेस नेतृत्व को गुमराह किया गया है।
पटना में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर लगाए गंभीर आरोप
शनिवार को पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस रिसर्च सेल के अध्यक्ष व प्रवक्ता आनंद माधव के अलावा बरबीघा के पूर्व विधायक गजानंद शाही, खगडि़या के एमएलए छत्रपति यादव, युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नागेंद्र पासवान, विकल रंजन सिंह, बच्चू प्रसाद सिंह, राजकुमार राजन, बंटी चौधरी, बांका की जिलाध्यक्ष कंचना कुमारी सिंह समेत अनेक नेताओं ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्ण अल्लावारु, राजेश राम और शकील अहमद खान पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि ये लोग मिलकर राहुल गांधी का हाथ कमजोर कर रहे हैं और पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी की वजह से कांग्रेस टूटने के कगार पर है। इन लोगों ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा दिया था, हमलोग ‘टिकट चोर, पद छोड़’ का नारा दे रहे हैं। इन नेताओं ने राजेश राम और कृष्णा अल्लावरू पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। अल्लावरू पर यह भी आरोप लगाया कि इनकी वजह से सीट शेयरिंग नहीं हो पाई।

मात्र 113 वोट से हारने वाले गजानंद शाही का भी टिकट कटा
आनंद माधव, छत्रपति यादव, गजानंद शाही, नागेंद्र, विकल और बच्चू सिंह समेत कई नेताओं ने खुले मंच से कहा कि टिकट वितरण में मेहनती और जमीनी कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर धनबल और सिफारिश वालों को तरजीह दी गई। उनका कहना था कि बिहार प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने राहुल गांधी के निर्देशों की अवहेलना करते हुए निजी स्वार्थ के तहत टिकट बांटे हैं। गजानंद शाही पिछली बार बरबीघा से मात्र 113 वोट से हार गए थे। उनका टिकट कटने पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने भी सवाल उठाए हैं।
आरोप, प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने राहुल गांधी के भरोसे का दुरुपयोग किया
नाराज नेताओं ने कहा कि प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने राहुल गांधी के भरोसे का दुरुपयोग किया है। जिस तरीके से उम्मीदवारों की सूची बनाई गई, उसमें न तो संगठन की राय ली गई और न ही क्षेत्रीय संतुलन का ख्याल रखा गया। कई ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया जो पिछले पांच सालों में पार्टी कार्यक्रमों में नजर तक नहीं आए। नेताओं ने इसे “राहुल गांधी के साथ गद्दारी”और “पार्टी को धोखा”करार दिया। दावा किया कि इस बार पार्टी 10 सीट भी नहीं जीत पाएगी।
रिसर्च कमेटी अध्यक्ष आनंद माधव ने सभी पदों से दिया इस्तीफा
पूरे मामले को लेकर कांग्रेस नेता आनंद माधव ने पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है। उन्होंने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। आनंद माधव कांग्रेस रिसर्च कमेटी के अध्यक्ष हैं।

