बीआरबीजे डेस्क। चुनाव के समय उम्मीदवार क्षेत्र के विकास को लेकर जनता से वायदे तो कई करते हैं, मगर जीतने के बाद अधिकतर भूल जाते हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधि के प्रति जनता की शिकायत लाजिमी है। लोकसभा चुनाव करीब देख अब जनता विकास कार्यों की अनदेखी पर अपनी नाराजगी का इजहार कर रही है। जनता की ओर से ऐसे ही मुद्दों पर इस बार बीआरबीजे न्यूज ने उठाने का बीड़ा उठाया है।
पटनासाहिब लोकसभा क्षेत्र के बख्तियारपुर प्रखंड के ग्यासपुर क्षेत्र के लोगों ने ऐसे ही एक मुद्दे को लेकर स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद के प्रति आक्रोश जताया है। यह आक्रोश वहां गंगा के ग्यासपुर घाट पर पक्का पुल का निर्माण नहीं कराए जाने को लेकर है।
दर्जनभर पंचायतों का एकमात्र साधन ग्यासपुर पीपापुल
अभी गंगा उस पार की दर्जनभर पंचायतों में जाने -आने के लिए लोगों का एकमात्र साधन ग्यासपुर घाट का पीपापुल है। लोगों का आरोप है कि स्थानीय सांसद पिछली बार चुनाव के समय वायदा करके गए थे कि यहां पक्का पुल का निर्माण कराएंगे, जो आज तक नहीं बन सका है। चुनाव जीतने के बाद वह शायद इसे भूल गए। बाद में यहां देखने तक नहीं आए।
बरसात में खुल जाता है पीपापुल, होते हैं हादसे
यह पुल साल में कुछ माह ही काम करता है। बरसात में गंगा का जलस्तर बढ़ते ही पीपापुल खोल दिया जाता है और फिर लोगों को नाव से नदी पार कर उस तरफ की विभिन्न पंचायतों में जाना – आना पड़ता है। इससे लोगों को काफी दिक्कत होती है। कई बार दुर्घटनाओं में लोगों को जान भी गंवानी पड़ती है। पीपापुल के रहते भी कई बार पानी पड़ने पर फिसलन से हादसों में लोग जख्मी हो जाते हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पीपापुल पर ट्रैक्टर, टेम्पो और मोटरसाइकिल पलटने की कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
पहले पक्का पुल का शिलान्यास करें, तभी वोट
उस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि उनकी नाराजगी पार्टी के प्रति नहीं है, बल्कि जन प्रतिनिधि से है जिन्होंने वायदा करने के बाद भी उसे पूरा नहीं किया। इस बार जब वे इस इलाके में वोट मांगने आएंगे तो इस बाबत उनसे दरियाफ्त करेंगे कि विकास के बिना आखिर क्यों उनको वोट दें। पहले वे पक्का पुल का शिलान्यास करें तब ही उनको वोट देंगे। इसके बिना अगर वह वोट मांगने आए तो काला झंडा दिखाएंगे।