By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
BRBJ News
  • About us
  • Contact
  • Grievance
Notification
  • ट्रेंडिंग
    • लेटेस्ट न्यूज
  • खास खबर
    • ब्रेकिंग
    • इनफाइट्स
    • पर्यावरण
    • घुमक्कड़ी
  • सियासत
    • सियासी चौसर-24
  • ब्यूरोक्रेसी
    • अंदरखाने
  • पटना
    • रियल एस्टेट
  • ओपीनियन
    • इंटरव्यू
    • मुद्दा
  • क्राइम
  • एजुकेशन
    • काम की खबरें
    • रोजगार
    • यूथ/खेल
  • लीगल
    • सुप्रीम कोर्ट
    • हाई कोर्ट
    • अन्य कोर्ट
    • लॉ वर्ल्ड
  • कारोबार
    • उद्योग
    • व्यवसाय
  • राशिफल
    • पंचांग
    • धर्म / अध्यात्म
  • कला संस्कृति
    • साहित्य
  • सोशल मीडिया
  • लाइफ स्टाइल
    • हेल्थ लाइव
    • ग्लैमर
BRBJ NewsBRBJ News
Font ResizerAa
Search

Top Stories

Explore the latest updated news!

गोपाल खेमका की हत्या पटनावासियों की सुरक्षा पर सवाल : ऋतुराज सिन्हा

कैबिनेट की खबरें-2 : नीतीश सरकार ने खोला खजाना, चुनाव से पहले सबको कुछ न कुछ, युवाओं को आर्थिक व पंचायत प्रतिनिधियों को चिकित्सा सहायता, कलाकारों को पेंशन, सेवानिवृत जजों को भत्ता

कैबिनेट की खबर-1 : चुनाव से पहले नीतीश सरकार का अहम फैसला, आयोध्या के राममंदिर की तर्ज पर पुनौराधाम में 882 करोड़ से बनाएगी जानकीमंदिर

Stay Connected

Find us on socials
248.1kFollowersLike
61.1kFollowersFollow
InstagramFollow
165kSubscribersSubscribe
Follow US

Designed by Cotlas with love. Hosted on Host Niki

BRBJ News > ओपीनियन > नीतीश ने लालू व इन संकेतों से भांप लिया था इंडी का फ्यूचर, …और मारी पलटी!  
ओपीनियनखास खबरसियासी चौसर-24

नीतीश ने लालू व इन संकेतों से भांप लिया था इंडी का फ्यूचर, …और मारी पलटी!  

By BRBJ Desk
Published March 31, 2024
Share
nitish
SHARE

 

What's inside ?
नीतीश ने लालू व इन संकेतों से भांप लिया था इंडी का फ्यूचर, … और मारी पलटी!नीतीश की ईमानदार कोशिश पर कांग्रेस, लालू, ममता और अरविंन ने फेरा पानीकांग्रेस की वजह से इंडी में सीट शेयरिंग पर नहीं बनी सहमतिजदयू से लगातार उठ रही थी नीतीश को संयोजक बनाने की मांगलालू के बयान ने किया आग में घी का कामरही सही कसर ममता – केजरीवाल की चालाकी ने पूरी कर दीनीतीश के धुरविरोधी भी उनके संयोजक बनाने के पक्ष मेंफिर पाला बदलना नीतीश के लिए नहीं रहा होगा सुविधाजनककांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने आलाकमान को दिखाया आईना

नीतीश ने लालू व इन संकेतों से भांप लिया था इंडी का फ्यूचर, … और मारी पलटी!

भोला नाथ

पटना, 31 मार्च। लोकसभा चुनाव – 24 को लेकर अभी इंडी में जो चल रहा है, उसके बरअक्स देखें तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस विपक्षी गठबंधन का भविष्य भांप लिया था। आखिर वे संकेत क्या थे जिनको नीतीश कुमार ने समय रहते समझ लिया था। वह कैसे जान गए थे कि लालू यादव महागठबंधन में सीट बंटवारे में अपनी मनमानी से बाज नहीं आएंगे। आप सोचिए, नीतीश विपक्षी महागठबंधन में होते और लालू इस तरह मनमाने तरीके से सीट बांटते हो उनकी क्या स्थिति रहती। नीतीश कुमार के व्यक्तित्व पर गौर करें तो वह कांग्रेस नेताओं की तरह तो अपने होंठ सिल कर नहीं रहते। यह ठीक है कि सीटों के बंटवारे में लालू यादव की मनमानी पर कोई कांग्रेस नेता कुछ नहीं बोल रहा, मगर क्या यह जदयू के साथ रहते संभव था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह इसे आलाकमान का फैसला बताकर कन्नी काट वरहे हैं, वहीं एक पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने तो विरोध में इस्तीफा ही दे दिया है।

नीतीश की ईमानदार कोशिश पर कांग्रेस, लालू, ममता और अरविंन ने फेरा पानी

नीतीश कुमार पर यह आरोप लगता रहा है कि वह कम सीटें लाकर भी सीएम बन जाते हैं। लेकिन, आखिर कुछ तो अधिक सीटों वाले बड़े दलों की मजबूरी रहती होगी, जिसके चलते वे उनको सीएम की कुर्सी पर बैठाते हैं। यह भी तो सच्चाई है कि वह जिसके साथ होते हैं, बिहार में उसीकी सरकार बनती है। इसमें कोई शक नहीं कि बिहार में विपक्षी महागठबंधन की सरकार में मुखिया रहते नीतीश कुमार ने पूरी ईमानदारी से भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प खड़ा करने की कोशिश की। लेकिन, कांग्रेस के अड़ियल रुख, राजद सुप्रीमो लालू यादव के दांव-पेंच, बंगाल सीएम व तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी और दिल्ली सीएम एवं आप अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल की चालाकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोशिश पर पानी फेर दिया।

कांग्रेस की वजह से इंडी में सीट शेयरिंग पर नहीं बनी सहमति

जिस वक्त भाजपा चुनावी (लोस-24) शतरंज की बिसात पर एक-एक मोहरे सावधानी से बिछा रही थी, उस वक्त कांग्रेस राष्ट्रीय बड़ी पार्टी का दम्भ भरने और इसके नेता ‘यात्रा’ की सियासत में उलजे थे। क्षेत्रीय पार्टियों को छोटा समझते हुए कांग्रेस विपक्षी गठबंधन में अपने लिए 300 से अधिक सीटें सुरक्षित कर लेना चाहती थी। उधर, क्षेत्रीय दल अपने असर वाले राज्यों में अधिक सीटें चाहते थे। और इसी वजह से अपने लिए इंडी में सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पा रही थी। नीतीश कुमार बार-बार यह कह रहे थे कि देर हो रही है, एक-एक सीट पर विचार कर रणनीति तय होनी चाहिए। ऐसे क्रूशियल समय पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘यात्रा’ पर भी कई बार सवाल उठा।

जदयू से लगातार उठ रही थी नीतीश को संयोजक बनाने की मांग

उधर, विपक्षी महागठबंधन में निर्णय में अतिशय देर के मद्देनजर जदयू के नेता बाकायदा यह मांग करने लगे कि नीतीश कुमार को इंडी का संयोजक बनाया जाना चाहिए। इस बात से किसे इंकार होगा कि जदयू नेताओं की यह मांग बिना पार्टी आलाकमान की सहमति से नहीं हो सकती थी। इंडी की बैठक दर बैठक होती जा रही थी और इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो पा रहा था।

लालू के बयान ने किया आग में घी का काम

आग में घी लालू यादव ने यह कहकर डाला कि इंडी में कोई एक ही संयोजक नहीं होगा। हर तीन चार स्टेट पर एक संयोजक बनेगा। साफ है कि लालू का यह बयान नीतीश कुमार के इंडी में बढ़ते कद को कम करने के लिए था। विपक्षी एकता की सोच नीतीश कुमार के दिमाग की ही उपज थी, इसे किसी को इंकार नहीं हो सकता। इंडी को सफल बनाने के लिए वह जिस तरह की ईमानदार कोशिश कर रहे थे, उससे भाजपा में भी बेचैनी थी। उसके नेताओं को यह साफ लग रहा था कि यदि इंडी कामयाब हुआ तो लोस चुनाव -24 में जीत की उनकी राह मुश्किल हो जाएगी।

रही सही कसर ममता – केजरीवाल की चालाकी ने पूरी कर दी

लालू यादव के बाद रही सही कसर ममता बनर्जी और केजरीवाल ने अपनी चालाकी से पूरी कर दी। चुपके से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इंडी का अध्यक्ष बना दिया। तर्क दिया कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है। नीतीश कुमार की सर्वग्राह्य छवि ममता और केजरीवाल की आंखों में खटक रही थी। जाहिर है कि ममता -केजरीवाल का यह कदम नीतीश कुमार को अप्रिय लगना ही था। और इंडी की उस बैठक में उनकी नाराजगी की खबर भी चर्चा में रही। इसके बाद इंडी को लेकर नीतीश के सुर बदले। राजद, भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर उनके तीखे बयान आए। घबराई भाजपा ने अपना दांव चलने का यह बेहतर मौका समझा। उसी समय अमित शाह का बयान आता है कि एनडीए के साथी यदि पुन: साथ आना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जाएगा।

नीतीश के धुरविरोधी भी उनके संयोजक बनाने के पक्ष में

वैसे, बिहार में नीतीश के धुरविरोधी भी उनके इंडी का संयोजक बनाने की वकालत करते हैं। वे यह बात अक्सर कहते हैं कि यदि समय रहते नीतीश कुमार को इंडी का संयोजक बना दिया जाता तो इंडी काफी मजबूत स्थिति में रहती और भाजपा को अपने अश्वमेघ घोड़े को इस बार के चुनावी रण से निकालने में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता। भाजपा भी जानती थी कि बिना नीतीश को साधे इंडी को भंडोल नहीं किया जा सकता। यही वजह है कि जो नेता पहले कहते थे कि भाजपा के दरवाजे नीतीश के लिए हमेशा के लिए बंद हो गए हैं, उनको अपने कथन पर पुनर्विचार करना पड़ा।

फिर पाला बदलना नीतीश के लिए नहीं रहा होगा सुविधाजनक

जाहिर है, उधर, नीतीश के लिए भी फिर भाजपा के साथ जाना कोई सुविधाजनक फैसला नहीं रहा होगा। वह जानते होंगे कि एक बार ‌फिर पाला बदलने पर उनकी काफी किरकिरी और जग हंसाई होगी। हुई भी। लेकिन इंडी के मौजूदा स्वरूप को देखकर तो लगता है कि नीतीश कुमार ने एकबार फिर दूरदर्शिता दिखाई और समय पर सही फैसला लिया।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने आलाकमान को दिखाया आईना

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा के इस्तीफे और इसके लिए बताए गए कारणों से भी कई बातों का खुलासा हो जाता है। बिहार कांग्रेस के अन्य नेताओं और अनिल शर्मा में अंतर यही है कि उन्होंने सब कुछ खामोशी से सहा नहीं, बल्कि मुंह खोल दिया। अपने केन्द्रीय नेतृत्व को आईना दिखा दिया। गौरतलब है कि अनिल शर्मा बिहार में सीट शेयरिंग के बाद से ही वे अपनी पार्टी से नाराज चल रहे थे। औरंगाबाद और पूर्णिया की सीट ना मिलने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी से वह वाकिफ हैं। अनिल शर्मा ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए खड़गे को पत्र भेज दिया है। अपने इस्तीफे की वजह में कहा है कि राजद और कांग्रेस का गठबंधन सही नहीं है। यह कांग्रेस के लिए घातक है। यह भी कहा है कि सोनिया और राहुल के नेतृत्व में पार्टी सबसे कमजोर हुई। अध्यादेश फाड़ने वाले राहुल गांधी आज लालू के साथ गलबहियां कर रहे हैं। मटन बना-खा रहे हैं। कहा कि सोनिया गांधी के टेकओवर करने के बाद कांग्रेस में आंतरिक संविधान खत्म हो गया है। खड़गे रिमोट से कंट्रोल हो रहे हैं। जब तक दिल्ली में राहुल-सोनिया और बिहार में लालू-तेजस्वी रहेंगे तब तक राजद और कांग्रेस का गठबंधन बना रहेगा। यह भी आरोप लगाया है कि अगर लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को चार-पांच सीटें आ गई तो तेजस्वी का जंगल राज आ जाएगा।

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form id=4730 element_id="post-form"]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp LinkedIn Telegram
What do you think?
Love0
Sad0
Cry0
Happy0
Joy0
Angry0
Surprise0
Previous Article chirag चिराग ने घोषित किए उम्मीदवार, तीन नए चेहरे, तीन रेस से बाहर
Next Article pm modi पीएम मोदी 4 अप्रैल को जमुई से करेंगे बिहार में अपनी जनसभा का आगाज

Latest News

गोपाल खेमका की हत्या पटनावासियों की सुरक्षा पर सवाल : ऋतुराज सिन्हा
July 5, 2025
कैबिनेट की खबरें-2 : नीतीश सरकार ने खोला खजाना, चुनाव से पहले सबको कुछ न कुछ, युवाओं को आर्थिक व पंचायत प्रतिनिधियों को चिकित्सा सहायता, कलाकारों को पेंशन, सेवानिवृत जजों को भत्ता
July 1, 2025
कैबिनेट की खबर-1 : चुनाव से पहले नीतीश सरकार का अहम फैसला, आयोध्या के राममंदिर की तर्ज पर पुनौराधाम में 882 करोड़ से बनाएगी जानकीमंदिर
July 1, 2025
बिहार कैबिनेट के फैसले : 4026 करोड़ से पंचायतों में कन्या विवाहमंडप, अस्पतालों में 20 रुपये में खाना, मनरेगा राशि व पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दुगुना, निधन पर 5 लाख, सामाजिक पेंशन राशि ढाई गुनी बढ़ी, प्रखंडों में भी दीदी की रसोई, कुल 46 प्रस्तावों को मंजूरी
June 24, 2025

Related Stories

Uncover the stories that related to the post!
खास खबरपटना

वैश्य उपजातियां में वैवाहिक समारोह एवं परिचय सम्मेलन होगा

मुद्दाउद्योगकारोबारखास खबरपटनाव्यवसायसियासत

दवा किंग और होटल सम्राट में छिड़ी जंग…, कौन संभालेगा पटना के 160 साल पुराने प्रतिष्ठित संस्थान और अरबों की मिल्कयत की बागडोर…??

काम की खबरेंखास खबर

रिकॉर्ड कमाई का लाभ, बिहार में लोगों को इतनी सस्ती मिल रही बिजली

ट्रेंडिंगलेटेस्ट न्यूजसियासतसियासी चौसर-24

बिहार एनडीए : सीट बंटवारे में कट गए इनके टिकट

काम की खबरेंखास खबरपटनामुद्दारियल एस्टेटसिविक सेंस

जानिए … ! गोलारोड को फोर लेन बनाने के लिए कितनी बढ़ेगी इसकी चौड़ाई…! अतिक्रमणकारियों की उड़ी नींद …1

ट्रेंडिंगमुद्दाहेल्थ लाइव

आज हड़ताल पर रहेंगे बिहार के डाक्टर, पूर्णिया में डॉक्टर पर हमले के विरोध में आईएमए का निर्णय

खास खबरट्रेंडिंगमुद्दालीगल बैटल

आरक्षण का दायरा बढ़ाने वाले बिल को पटना हाईकोर्ट में चुनौती

खास खबरसियासत

पीके के जनसुराज अभियान से राजद की पेशानी पर बल, पार्टीजनों को चेताया

Show More
BRBJ News

Welcome to BRBJ News , your go-to source for insightful articles on the ever-evolving worlds of technology, digital marketing, and web design. Explore our collection of expert-driven content designed to inspire, inform, and empower your journey in these dynamic fields.

  • Popular:
  • पटना
  • खास खबर
  • सियासत
  • ट्रेंडिंग
  • लेटेस्ट न्यूज
  • सियासी चौसर-24

Important Links

  • About
  • Grievance Form
  • Grievance Report
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • GDPR Policy

User Interests

  • My Saves
  • My Interests
  • My Feed
  • Reading History

Follow us

All Rights Reserved. © BRBJ News. Design by Cotlas. Hosted on Host Niki
Join Us!
Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc.
[mc4wp_form id=4730 element_id="popup-form"]
Zero spam, Unsubscribe at any time. Read our privacy policy here.
adbanner
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?