बीआबीजे न्यूज, 26 फरवरी, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ माह पूर्व नीतीश मंत्रिमंडल का आज विस्तार हुआ। सभी सात नए मंत्री भाजपा कोटे से बने हैं। पटना स्थित राजभवन में सभी नए मंत्रियों का बुधवार 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने विभिन्न जाति समूह को साधने की कोशिश
चुनाव के पहले आज के मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने विभिन जाति समूह को साधने की कोशिश है। सबसे रोचक तथ्य है सर्वाधिक साढे चौदह फीसदी आबादी वाली यादव जाति के कोई मंत्री नहीं हैं। भाजपा कोटे से नंद किशोर यादव स्पीकर हैं। वहीं, जदयू ने विजेंद्र यादव को मंत्री और नरेंद्र नारायण पांव को डिप्टी स्पीकर बनाया है।
भाजपा विधायक संजय सरावगी, सुनील कुमार, जीवेश मिश्रा, राजू सिंह, मोतीलाल प्रसाद, विजय मंडल और कृष्ण कुमार मंटू ने मंत्री पद के रूप में एक-एक कर शपथ ली। जीवेश मिश्रा दूसरी बार मंत्री बनाए जा गए हैं। उन्होंने इस बार भी मैथिली में शपथ ली है।वह भूमिहार समाज से आते हैं। दरभंगा से विधायक संजय सरावगी को राज्यपाल ने सबसे पहले शपथ दिलाई। उन्होंने मैथिली भाषा में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह वैश्य समाज से आते हैं। इनके बाद डा.सुनील कुमार को को राज्यपाल ने मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। वह नालंदा जिले के बिहारशरीफ से बीजेपी के विधायक हैं। वह कोइरी समाज से आते हैं।
मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज से बीजेपी के विधायक राजू कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। राजू सिंह इससे पहले जेडीयू, लोजपा और वीआईपी में रह चुके हैं। वह राजपूत हैं। सीतामढ़ी जिले की रीगा विधानसभा से बीजेपी के दो बार के विधायक मोतीलाल प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। वह तेली समाज से आते हैं। सारण जिले के अमनौर से बीजेपी के विधायक कृष्ण कुमार मंटू उर्फ मंटू सिंह पटेल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मंटू अमनौर से दो बार के विधायक हैं। इससे पहले वह जेडीयू में रह चुके हैं। सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के करीबी माने जाते हैं। वह कुर्मी समाज से आते हैं। हाल में ही उन्होंने में कुर्मी रैली की है।
आखिर में अररिया जिले के सिकटी से पांच बार के विधायक विजय मंडल को शपथ दिलाई। पूर्व में राज्य मंत्री रह चुके हैं। वह आनंद मोहन की बिहार पीपल्स पार्टी, लालू यादव की आरजेडी में भी रह चुके हैं। सीमांचल में वह भाजपा का अति पिछड़ा वर्ग का चेहरा माने जाते हैं।
दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद छोड़ा
इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वह बिहार सरकार में भूमि सुधार और राजस्व मंत्री थे। उनके इस्तीफे के बाद भाजपा कोटे से सात मंत्रियों ने शपथ ली। चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार को सत्तारूढ एनडीए द्वारा जाति समूहों को साधने की कोशिश मानी जा रही है।