KK Pathak की मुहिम : शिक्षा सुधार की राह में बाधा बर्दाश्त नहीं
पटना, 22 जनवरी, 24. अवकाश से लौटने के बाद अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मुहिम में जुट गए हैं। संदेश साफ है शिक्षा सुधार की राह में कोई बाधा बर्दाश्त नहीं होगी। शिक्षा विभाग के ताजा निर्देश से शिक्षा विभाग व पटना जिला प्रशासन के बीच भीषण ठंड पर तल्खी बढ़ गई है।
हाल में शीतलहर का हवाला देकर कई डीएम ने अपने यहां के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया था। श्री पाठक ने दो दिन पहले राज्य के प्रमंडलीय आयुक्तों को भेजे अपने पत्र में नियमों के हवाले से इस आदेश पर सवाल खड़ा किया था। इसके बाद गया समेत कई जिलों के डीएम ने स्कूलों को बंद रखने संबंधी आदेश वापस ले लिए थे। वहीं, पटना डीएम ने अपने आदेश में कुछ फेरबदल करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों और कोचिंग सेंटर को भी 23 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया था। अब शिक्षा विभाग ने सोमवार को जारी अपने आदेश में पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह के आदेश पर सवाल उठाया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव की ओर से यह पत्र लिखा तो गया है पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी को, लेकिन इस चिट्टी से चुनौती सीधे पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह के आदेश को दी गई है.
श्री श्रीवास्तव ने पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखा है कि जिलाधिकारी पटना के प्रासंगिक पत्र द्वारा पटना जिला के विद्यालयों को 23 जनवरी तक बंद करने का निर्देश दिया गया है. आपको ज्ञात है कि अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग के हस्ताक्षर से निर्गत विभागीय पत्रांक 12/गो. दिनांक 20/01/2024 में किसी भी विद्यालय को बंद करने के पूर्व विभागीय अनुमति लेने की आवश्यकता है, जो जिलाधिकारी पटना द्वारा नहीं ली गई है.
श्री श्रीवास्तव ने आगे लिखा है कि ‘अतः निर्देशानुसार विभागीय प्रासंगिक पत्र में विहित निर्देश का अनुपालन नहीं होने की स्थिति में आप अपने जिले के सभी विद्यालयों को खुला रखने की कार्रवाई सुनिश्चित करें. यानी इस चिट्ठी के मुताबिक पहली से आठवीं क्लास तक के छात्रों के लिए ठंड और शीत लहर के चलते स्कूल बंद करने के डीएम के आदेश को एक तरह से साइड कर दिया गया है.