पटना, बीआरबीजे न्यूज, 17 सितम्बर, 2025 :
क्या 4 दिन बाद, 22 सितम्बर से लोगों को सस्ता सामान मिलेगा…!!
GST का लाभ लोगों को मिले, इसके लिए सरकार की क्या है तैयारी…?
क्या 22 सितम्बर से पहले बने प्रोडक्ट पर घटे जीएसटी का लाभ कंपनियां लोगों को देंगी…?
कंपनियां यदि नए जीएसटी का लाभ नहीं देती हैं, तो उन पर क्या कार्रवाई होगी?
ऐसे कई सवाल हैं जो फिलहाल अनुत्तरित हैं। गत 15 सितम्बर को पीएम नरेन्द्र मोदी ने बिहार के पूर्णिया में मंच से घोषणा की कि घटे जीएसटी स्लैब का लाभ लोगों को 22 सितम्बर से मिलने लगेगा। यह देशवासियों को आने वाले त्योहारी सीजन का तोहफा होगा। मालूम हो कि जिस दिन से नया जीएसटी लागू हो रहा है, वह नवरात्र का पहला दिन है। अब देश का तो नहीं कह सकते, लेकिन अपने बिहारवासियों को इसका लाभ कैसे मिलेगा, इसका ठोस जवाब अभी किसी के पास नहीं है।
22 से जीएसटी के नए स्लैब पर ही बिल कटेगा : सम्राट चौधरी
मंगलवार 16 सितम्बर को राज्य के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जीएसटी पर बिहार चैम्बर और कामर्स के कार्यक्रम में पटना मुख्यालय में आए। उनसे बीआरबीजे न्यूज की ओर से जब ये सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि अगले 22 सितम्बर से जीएसटी के नए स्लैब के आधार पर ही बिल कटेगा। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देश दे दिया गया है। उन्होंने दो-तीन माह तक सेस लगाने की बात भी कही। लेकिन, जवाब से यह साफ नहीं हो सका कि इसके लिए सरकार का क्या एक्शन प्लान है, उन विभागों को क्या-क्या दिशानिर्देश दिया गया है। वहीं, पुराने उत्पादों पर नए स्लैब के आधार पर जीएसटी की गणना कैसे होगी, इसके बारे में भी पता नहीं चल रहा है। यह भी तय नहीं है कि लोगों को घटे जीएसटी का लाभ नहीं देने वाली कंपनियों पर सरकार क्या एक्शन लेगी।
पूर्व में अंकित दाम से कम में मिलेंगे प्रोडक्ट : पीके अग्रवाल
जहां तक पुराने उत्पादों की बात है तो उप मुख्यमंत्री की जगह चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल का जवाब आया। उन्होंने कहा कि यदि किसी बिस्कुट का मूल्य 20 रुपए है तो 22 सितम्बर के बाद लोगों को यह उत्पाद पहले से अंकित दाम से कम में मिलेगा। लेकिन, यह अंकित कैसे होगा, क्या नया स्टीकर लगेगा या क्या होगा, इसका अभी कोई जवाब नहीं है। यह भी कि यदि किसी कंपनी का पुराना प्रोडक्ट किसी दुकानदार के पास स्टॉक में है तो क्या वह मूल एमआरपी पर सामान बेचेगा या जीएसटी के नए घटे दर पर? चैम्बर के इस कार्यक्रम में दीघा (पटना) विधायक संजीव चौरसिया, चैम्बर के अध्यक्ष सुभाष पटवारी, उपाध्यक्ष अशीष शंकर और महासचिव पशुपति नाथ पांडेय, सुषमा साहु समेत बड़ी तादाद में कारोबारी, व्यवसायी मौजूद थे।
अधिकतर खाद्य व किराना वस्तुएं 5% स्लैब दायरे में आ जाएंगी
गौरतलब है कि अब जीएसटी की मूलत: दो ही दरें हैं- 5 फीसदी और 18 फीसदी। पहले के 12 और 28 फीसदी का स्लैब हटा दिया गया है। वहीं, नए प्रावधान में कुछ लक्जरी सामान पर 40 फीसदी का शुल्क भी चस्पां किया गया है। संशोधित कर ढांचे में अधिकतर खाद्य और किराना वस्तुएं 5 फीसदी स्लैब के दायरे में आ जाएंगी। जीएसटी बदलाव के अमल में आने पर शैम्पू से लेकर साबुन सर्फ, एसी, मोटरबाइक-कार से लेकर ट्रैक्टर तक लगभग 400 प्रोडक्ट सस्ते हो जाएंगे।
मंत्रालय की ताकीद, कंपिनयां छूट को प्रमुखता से प्रदर्शित करें
उधर, भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने रिटेल यानी खुदरा स्टोर चेन चलाने वाली कंपनियों को ताकीद किया है कि वे कर दरों में किए गए बदलाव के कारण मिलने वाली छूट को प्रमुखता से प्रदर्शित करें और इसके बारे में विज्ञापन के जरिए लोगों को बताएं। वहीं, भारतीय खुदरा विक्रेता संघ को भेजे पत्र में उद्योग एवं आंतरिक संवर्धन विभाग (डीपीआईआरटी) ने कहा है कि खुदरा विक्रेताओं को रसीद या बिल में बतौर जीएसटी में हुई कटौती को छूट के रूप में दिखाना चाहिए। कंपनियां ‘जीएसटी के कारण छूट’ को प्रमुखता से दिखाएं, विज्ञापन करें। यदि कंपनी ऐसा नहीं करती है तो उस पर क्या कार्रवाई होगी, यह तय नहीं है। इससे साफ है कि उपभोक्ताओं या ग्राहकों को घटे जीएसटी का लाभ सही तरह से मिले, इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार को अभी इसका पूरा मैकेनिज्म डेवलप करना होगा। इसके लिए समय की दरकार है। जानकारों के मुताबिक यह दो-तीन से लेकर छह माह तक हो सकता है।
बिहार में 75 जगहों पर चलेगा जागरूकता अभियान : रूंगटा
फिलहाल तो भाजपा भी अपने संगठन के स्तर पर लोगों को जागरूक करने का अभियान चला रही है। जैसा कि भाजपा नेता और बिहार राज्य उद्योग व्यापार आयोग के अध्यक्ष सुरेश रूंगटा बताते हैं कि पीएम मोदी के 75वें जन्म दिवस पर राज्यभर के 75 जगहों पर व्यवसायियों, कारोबारियों और लोगों को नए जीएसटी स्लैब के बारे में बताने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर काम भी शुरू हो गया है, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।
पूरी तरह पता तो 22 सितम्बर के बाद ही चलेगा : अजय
वहीं, बिहार राज्य व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष अजय कुमार केन्द्र सरकार के इस फैसले का स्वागत तो करते हैं, मगर, साथ ही यह भी कहते हैं कि नया जीएसटी स्लैब कैसे काम करेगा, इसके बारे में पूरी तरह पता तो 22 सितम्बर के बाद ही चलेगा।
नए कर नियम पर हाउच पाउच की स्थिति : तलरेजा
बिहार राज्य खुदरा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष रमेश तलरेजा का कहना है कि नया कर प्रावधान कैसे काम करेगा, इसको लेकर पूरी स्पष्टता नहीं है। हाउच पाउच की स्थिति है। शुरू के कुछ माह तो इसे समझने में ही निकल जाएंगे। इस दौरान काफी अफरा-तफरी रहेगी। वह यह भी आशंका जताते हैं कि कहीं लाभ के बजाए कारोबारियों को सिस्टम के कोपभाजन का शिकार होना पड़ जाए।