बीआरबीजे न्यूज, पटना, 5 अक्टूबर, 2025 :
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार के वोटर लिस्ट में अभी भी सुधार की गुंजाइश है। बिहार विधान सभा चुनाव – 2025 के लिए चुनाव की घोषणा होने के बाद भी 10 दिनों का समय लोगों के पास होगा। उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम सूची जारी होने तक मतदाता सूची में सुधार संभव है। उसके बाद यह सूची फ्रीज हो जाएगी। फिर कोई सुधार नहीं हो सकेगा। सीईसी ज्ञानेश कुमार रविवार को पटना में अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन पटना के एक होटल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
22 नवम्बर से पहले चुनाव, घोषणा के बाद कम से कम 28 दिन का समय मिलेगा
श्री कुमार ने कहा कि 22 नवम्बर के पहले बिहार में चुनाव हो जाएगा। मालूम हो कि चुनाव की घोषणा के बाद कम से कम 28 दिन का समय मतदान के लिए चाहिए। उस हिसाब से देखें तो अभी भी 22 नवम्बर से पहले कुल 47 दिन हैं। आयोग यदि 10 अक्टूबर तक भी चुनाव कीघोषणा करता है तो नवम्बर में 8 तारीख तक मतदान संभव है। वैसे 11 सियासी दलों के प्रतिनिधियों ने महापर्व छठ के ठीक बाद एक या दो चरणों में चुनाव कराने की मांग की है। कारण कि इस पर्व में बड़ी तादाद में बाहर रहने वाले लोग बिहार आते हैं। समझा जाता है कि आयोग 7 अक्टूबर को बिहार में चुनाव की घोषणा कर देगा। अपनी पूरी टीम के साथ प्रेस कांफ्रेस में बैठे ज्ञानेश कुमार ने मीडिया के सभी सवालों का जवाब दिया। अधिकतर सवाल एसआईआर और वोटर लिस्ट से जुड़े थे।
अफसरों का तबादला ही बचा, पटना मेट्रो का आज होगा उद्घाटन
देखा जाए तो राज्य सरकार द्वारा भी एक – दो दिनों में आईएएस, आईपीएस, एसडीओ और डीएसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर तबादले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। रविवार को भी आईएएस वर्ग के कईअधिकारियों के तबादले हुए। वहीं, एक महत्वपूर्ण काम पटना में मेट्रो रेल के आंशिक संचालक के उद्घाटन का भी है। इसका उद्घाटन सोमवार को होना तय हुआ है। इस लिहाज से देखा जाए तो राज्य सरकार की भी तैयारी पूरी हो गई है।
ईवीएम स्थल के बाहर मोबाइल रखने की सुविधा
भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने विधानसभा चुनाव तैयारियों को लेकर दो दिन की समीक्षा के उपरांत रविवार को प्रेसवार्ता को भोजपुरी एवं मैथिली में संबोधित करते हुए मतदाताओं को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। सीईसी ने पत्रकारों को बताया कि ईवीएम स्थल (मतदान कक्ष) के बाहर मतदाताओं को मोबाइल रखने की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में लागू होने वाले 17 नवाचार एवं सुधार संबंधित जानकारी दी। प्रेसवार्ता में निर्वाचन आयुक्त डा. सुखबीर सिंह संधू एवं डा विवेक जोशी के साथ बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी विनोद गुंजियाल सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। ज्ञानेश कुमार ने भोजपुरी में बिहार के मतदाता को धन्यवाद दिया।
अभी काल्पनिक आवास संख्या पूर्णत: समाप्त नहीं
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि अभी काल्पनिक आवास संख्या पूर्णतया समाप्त करना नहीं है। सीईसी ने मतदाता सूची में सुधार के लिए चलाए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को ऐतिहासिक, पारदर्शी और ठोस कदम बताया। निर्वाचन आयोग ने बताया कि हाल के दिनों में उठाए गए नये कदम जिसमें डाक मतपत्र (पोस्टल बैलेट) की गिनती और फार्म 17 सी से जुड़े प्रावधानों को व्यापक समर्थन मिला है। आयोग ने चुनाव योजना, इवीएम प्रबंधन, रसद, मतदान केंद्र युक्तिकरण और बुनियादी ढांचे, चुनाव कर्मचारियों के प्रशिक्षण, जब्ती, कानून – व्यवस्था, मतदाता जागरूकता और आउटरीच गतिविधियों के हर पहलू पर समीक्षा की।
वोटर कार्ड डाटा में कोई परिवर्तन होगा तो उन्हें 15 दिनों में ईपिक मिल जाएगा
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जिनके वोटर कार्ड के डाटा में कोई परिवर्तन होगा, उन्हें 15 दिनों के अंदर ईपिक मिल जाएगा। वोटर की जांच किस तरह करनी है, उसी के तहत जांच की गई है। जिन लोगों ने मतदाता सूची के लिए नामांकन भरा होगा, वह आधार देने के लिए बाध्य नहीं हैं। चुनाव आयोग, आधार अथॉरिटी के नियम और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत आधार न जन्मतिथि, न नागरिकता और न ही नागरिकता का प्रमाणपत्र है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया तो हमने पुनरीक्षण में आधार कार्ड लेने की व्यवस्था दी। संविधान के तहत, मतदाता बनने के लिए भारत का नागरिक होना जरूरी है। वोटर जहां रहता है, उसके आसपास के बूथ का मतदाता हो सकता है।
कितने नाम कटे, इसपर स्पष्ट जानकारी नहीं दी
गैर-भारतीय होने के आधार पर कितने नाम कटे, इसपर मुख्य चुनाव आयुक्त ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि सभी चिह्नित अयोग्य मतदाताओं का नाम हटाया गया है। इसकी सूची जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के पास भी है और राजनीतिक दलों के पास भी है।
ईसीआई ज्ञानेश कुमार ने कहा :
90,217 बूथ लेवल अधिकारियों ने बेहतर कार्य किया
जैसे बिहार के वैशाली ने विश्व को गणतंत्र का रास्ता दिखाया, वैसे ही बिहार के BLO पूरे देश के BLO को रास्ता दिखाया है
SIR के कार्य को सफल करने के लिए दिया धन्यवाद
छठ महापर्व की तरह मतदान का महापर्व भी मनाएं
सभी मतदाता इसमें शामिल होकर लोकतंत्र को मजबूत करें
24 जून 2025 से शुरू हुआ SIR का कार्य समय से पहले पूरा हुआ
15 दिन के अंदर मतदाता को मिलेगा मतदाता पहचान पत्र, लेकिन नया पहचान पत्र सिर्फ नाम या पता में चेंज वालों को ही मिलेगा
मतदान केंद्र में वोटर नही ले जा सकेंगे मोबाइल फोन
बिहार में ONE STOP DIGITAL PLATFORM EC NET बनाया गया
सभी बूथों की वेब कास्टिंग होगी
मतदाता सूची और वोटर पर्ची में कलर फोटो लगाए जाएंगे
दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी व्यवस्था भारत की
22 साल बाद मतदाता सूची का हुआ शुद्धिकरण
बिहार में 1 लाख 60 हज़ार से ज्यादा BLA राजनीतिक दलों ने नामित किये हैं