पटना। लोजपा – रा अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने सभी पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। खास बात यह है कि लोजपा की टूट में पशुपति कुमार पारस का साथ देने वाले चार सांसदों में सिर्फ एक को ही मौका मिला है। वह हैं, वीणा देवी। बाकी तीन में बाहुबली सूरजभान सिंह के भाई चन्दन सिंह जो नवादा से जीते थे, खगडि़या सांसद चौ. महबूब अली कैसर और समस्तीपुर से जीते प्रिंस कुमार को मौका नहीं मिला है। ये तीनों एनडीए से चुनावी रेस से बाहर हो गए हैं। वहीं, अरुण भारती समेत तीन नए चेहरे उतारे हैं।
पारस जहां चिराग के चाचा हैं, वहीं, प्रिंस उनके छोटे चाचा रामचन्द्र पासवान के पुत्र हैं। मालूम हो कि पिछली बार वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां संयुक्त लोजपा को एनडीए के साथ गठबंधन में छह सीटें मिली थीं, वहीं इस बार चिराग की पार्टी लोजपा – रा को पांच सीटें, जबकि चाचा पारस की पार्टी रालोजपा को एक भी सीट नहीं मिली है। इसकी पिछली बार की नवादा सीट तालमेल में भाजपा को चली गई है।
चिराग ने बदला क्षेत्र, अब हाजीपुर से लड़े़ग़े
पहले चरण के लिए जमुई (सु.) से उम्मीदवार अरुण भारती की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। भारती चिराग के बहनोई हैं और गत 28 मार्च को नामांकन भी कर चुके हैं। बाकी चार सीटें तीसरे से छठे चरण के बीच की हैं। गौरतलब है कि चिराग पिछले बार से जमुई से जीतकर सांसद बने थे, वहीं, इस बार उन्होंने अपनी सीट बदल ली है। अबकी बार वह हाजीपुर (सु) से मैदान में हैं। इस सीट पर चुनाव पांचवें चरण में है।
वीणा वैशाली से टिकट पावने में कामयाब
वैशाली में छठे चरण में चुनाव है। वहां से वीणा देवी को कंटीन्यू किया गया है। हालांकि वीणा देवी भी लोजपा में टूट के बाद पारस के खेमे में चली गई थीं। चिराग इससे नाराज थे और अपने पार्टीजनों के बीच कई बार कह चुके थे कि उनमें से किसी को टिकट नहीं देंगे। मगरे वीणा देवी काफी समय से कोशिश में थीं और अंतत: लोजपा-रा से टिकट हासिल करने में कामयाब रहीं।
शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा नए चेहरे
चिराग ने जिन चार को पार्टी का टिकट दिया है, उनमें दो नए चेहरे भी हैं। इनमें एक शांभवी चौधरी हैं। उनकोसमस्तीपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। शांभवी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री जदयू नेता अशोक चौधरी की बेटी और पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल की बहू हैं। दूसरा नया चेहरा राजेश वर्मा का है। राजेश भागलपुर के उप महापौर रहे हैं और स्वर्ण व्यवसाई हैं। उनको खगड़िया से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके साथ ही प्रिंस और कैसर की एनडीए में उम्मीदवारी पर विराम लग गया है।