नए साल की पहली कैबिनेट बैठक
लिए गए अहम निर्णय
19 एजेंडों पर लगी मुहर
पटना, 8 जनवरी, 2024. आज हुई नीतीश कैबिनेट की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। विभिन्न विभागों से जुड़े 19 एजेंडों पर मुहर लगी। खेल को महत्व दिया गया है। इसके तरह अब खेल विभाग का अलग से गठन किया जाएगा। पहले यह कला – संस्कृति युवा एवं खेल विभाग के तहत था। कैबिनेट की इस बैठक में 2.35 लाख पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाने का भी फैसला लिया गया। सभी छह तरह के प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना किया गया है। नए साल में आज सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट बैठक हुई।
कैबिनेट सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बैठक के बाद बताया कि आगामी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेलों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना आवश्यक है। इन सभी कार्यों के लिए एक विशेष विभाग की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। बिहार में युवाओं को खेलकूद में प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने दृढ़ संकल्प लिया और उसके तहत खेल विभाग को अलग किया गया है।
बिहार में अब कुल 45 विभाग
उन्होंने कहा कि कल से इस पर प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी और खेल विभाग का सब कुछ अलग होगा. मंत्रालय भी अलग होगा. अब जल्द ही खेल विभाग के अलग मंत्री भी होंगे। सभी खेल इस विभाग के तहत आएंगे. खेल विभाग के गठन के बाद बिहार में अब कुल 45 विभाग हो गए हैं ।
बीते 6 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत उत्कृष्ट खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र वितरण किया था इस दौरान उन्होंने कहा था कि बिहार में अलग से खेल विभाग का गठन किया जाएगा। जिसके बाद आज योजनाओं को मंजूरी दे दी गई है।
पंचायत प्रतिनिधियों का अब यह होगा मानदेय
राज्य में अब मुखिया को 5000 जबकि उपमुखिया 2500 रुपया मानदेय मिलेगा। इससे सरकार पर 286.37 करोड़ से अधिक का भार पड़ेगा। ग्राम पंचायत सदस्य 500 से बढ़ाकर 800 कर दिया गया। सरपंच का ढाई हजार से बढ़ाकर 5000 किया गया. उपसरपंच का 1200 से बढ़ाकर ढाई हजार कर दिया गया. ग्राम कचहरी सदस्य का 500 से बढ़कर 800 किया गया है। कैबिनेट में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय भी बढ़ाने का फैसला लिया गया. आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 5950 से बढ़कर अब 7000 रुपये हो गया है. वहीं आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 2975 से बढ़कर 4000 हो गया। इससे सरकार का ₹385 करोड़ से अधिक खर्च होगा।