पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में राशन घोटाले की जांच करने के लिए टीएमसी नेता के घर पहुंची ईडी की टीम पर शुक्रवार को उस नेता के समर्थकों की भीड़ ने जिस तरह का जानलेवा हमला किया, उस पर कोलकाता हाईकोर्ट ने चिंता जताई है। लेकिन इंडी गठबंधन के नेताओं ने गहरी चुप्पी साध कर इसका समर्थन किया। श्री मोदी ने यह आशंका जताई है कि यह चुप्पी संकेत है कि राजद अब बिहार में ईडी और सीबीआई की जांच टीम पर ऐसे हमले करा सकता है।
बंगाल में जांच टीम पर हमले पर विपक्ष ने साधी चुप्पी
श्री मोदी ने कहा है कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) भ्रष्टाचार के ठोस प्रमाण मिलने के बाद ही किसी के विरुद्ध जांच और पूछताछ जैसी कार्रवाई करता है। टीएमसी, राजद, झामुमो, कांग्रेस या आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार-आरोपी नेता अपने समर्थकों की भीड़ से हमले कराकर केंद्रीय एजेंसियों की जांच से नहीं बच सकते।
उन्होंने कहा कि हमलों से जांच एजेंसियां डरने वाली भी नहीं हैं। पश्चिम बंगाल में हमले के दूसरे दिन उसी राशन घोटाला मामले में टीएमसी के दूसरे नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार किया गया। कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोपी लालू परिवार के लोग हों या अलग-अलग मामलों में आरोपी झारखंड और दिल्ली के मुख्यमंत्री, कोई भी ईडी के समन से कब तक बचे रहेंगे? कानून अपना काम करेगा ही।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता धीरज साहू के बाद हरियाणा के एक कांग्रेस विधायक के परिसरों से करोड़ों रुपये नकद बरामद हुए। क्या इस पैसे की जांच नहीं होनी चाहिए?